1997 में मात्र 500 रुपए प्रति महीना की पगार पर पंचायत में भर्ती हुआ सचिव योगेश दुबे लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई में दो करोड़ रुपए से ज्यादा का मालिक निकला। शुक्रवार को लोकायुक्त ने उसके देपालपुर स्थित घर पर कार्रवाई कर संपत्तियों का खुलासा किया। उसके खिलाफ कई दिनों से रिश्वत लेकर काम करने की शिकायत मिल रही थी। योगेश अभी देपालपुर के ग्राम अत्याना का पंचायत सचिव है।
लोकायुक्त टीम सुबह पांच बजे ही उसके घर पहुंच गई थी। थोड़ा उजाला होते ही टीम ने डोर बेल बजाई तो उसकी पत्नी उमा ने दरवाजा खोला। उसे बताया कि आय से अधिक संपत्ति के आरोप में सर्च वारंट है तो सकपका गई। फिर योगेश को उठाया।
छापे की खबर मिलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण उसके घर के बाहर इकट्ठा हो गए। लोकायुक्त एसपी सव्यसाची सराफ के निर्देशन में डीएसपी संतोषसिंह भदौरिया की टीम ने कार्रवाई की।
नौकरी से कमाई कुल 20 लाख रुपए
दुबे का वर्तमान में वेतन 25 हजार रुपए है। कुल 22 साल की नौकरी में उसकी कुल आय 20 लाख रुपए के करीब होना चाहिए, जबकि संपत्ति इस अनुपात में कई गुना अधिक निकली। पत्नी, बच्चों के नाम भी संपत्ति मिली है। अब देखा जाएगा कि उनके आयकर रिटर्न के हिसाब से इतनी कमाई है या नहीं?
हाल ही में चार दुकानें, जमीनें खरीदने की शिकायत हुई थी
लोकायुक्त पुलिस दो महीने से दुबे के मामले की जांच कर रही थी। शिकायत में कहा गया था कि उसके पास दो कारें हैं, जिनमें से एक की कीमत 32 लाख रुपए है। इसके अलावा उसके एक कॉम्प्लेक्स में चार दुकानें व साढ़े तीन बीघा जमीन खरीदने की शिकायत भी आई थी। पड़ताल के बाद लोकायुक्त ने शुक्रवार को दबिश दी। हालांकि दुबे का कहना है, किसी ने झूठी शिकायत की थी। पहले भी मुझे रिश्वत देकर फंसाने की कोशिश हो चुकी है। परिजन का कहना है कि दुबे के पास 75 बीघा पैतृक कृषि भूमि है।